वॉलमार्ट ‘वृद्धि’ कार्यक्रम के तहत तीन साल में एक लाख एमएसएमई को जोड़ेगी

इससे वॉलमार्ट को अपने वैश्विक परिचालन के लिए भारत से माल की आपूर्ति बढ़ाने में भी मदद मिलेगी, जिसके लिए उसने पहले यहां से 2027 तक प्रति वर्ष 10 अरब डॉलर के निर्यात का लक्ष्य रखा था।

  • Last Updated : May 17, 2024, 14:11 IST

अमेरिका की दिग्गज खुदरा कंपनी वॉलमार्ट अगले तीन साल में भारत में अपने आपूर्तिकर्ता विकास कार्यक्रम से एक लाख और सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसएमई) को जोड़ेगी। कंपनी के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

‘वॉलमार्ट वृद्धि’ कार्यक्रम ने ‘आइडियाज टू इम्पैक्ट फाउंडेशन’ (आई2आई) के साथ साझेदारी की है, जो अधिक एमएसएमई को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय, दोनों बाजारों तक अपनी पहुंच बढ़ाने में सक्षम बनाएगा। इसमें वॉलमार्ट की वैश्विक आपूर्ति शृंखला और ई-कॉमर्स मंच फ्लिपकार्ट की क्षमताओं की संयुक्त ताकत से मदद मिलेगी।

वॉलमार्ट इंटरनेशनल में ‘सोर्सिंग’ में आपूर्तिकर्ता विकास के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जेसन फ्रेमस्टैड ने कहा, “जैसा कि हम ‘वॉलमार्ट वृद्धि’ कार्यक्रम के अगले चरण के करीब पहुंच रहे हैं, हमें आज यह घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि हमने अगले तीन साल में अतिरिक्त 1,00,000 एमएसएमई को सशक्त बनाने को ‘आइडियाज टू इम्पैक्ट फाउंडेशन’ के साथ साझेदारी की है।”

इससे वॉलमार्ट को अपने वैश्विक परिचालन के लिए भारत से माल की आपूर्ति बढ़ाने में भी मदद मिलेगी, जिसके लिए उसने पहले यहां से 2027 तक प्रति वर्ष 10 अरब डॉलर के निर्यात का लक्ष्य रखा था।

अपनी पहल के माध्यम से, वॉलमार्ट भारतीय एमएसएमई को महत्वपूर्ण व्यावसायिक कौशल और बाजार पहुंच के साथ सशक्त बना रही है, जिससे उन्हें अपने कारोबार को स्थायी रूप से बढ़ाने और भारत की आर्थिक वृद्धि गाथा में योगदान करने में मदद मिली है।

साल 2019 में पेश ‘वॉलमार्ट वृद्धि’ ने डिजिटल कॉमर्स, व्यक्तिगत सलाह और रणनीतिक साझेदारी तक पहुंच को सक्षम कर अबतक 70,000 से अधिक एमएसएमई को प्रशिक्षित किया है।

Published: June 19, 2025, 15:23 IST
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