वैश्विक प्रदर्शनियों के लिए निर्यातकों को 2,500 करोड़ रुपये दे सरकार: GTRI की सिफारिश

ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) ने निर्यात संवर्धन को लेकर चिंता जताई है। थिंक टैंक का कहना है कि सरकार को बाजार पहुंच पहल (MAI) के तहत वैश्विक मेलों में भागीदारी के लिए निर्यातकों को 2,500 करोड़ रुपये आवंटित करने चाहिए। अभी इस योजना के लिए फंड नहीं मिला है।

During the week, we witnessed many astonishing moves in midcap and small-cap stocks and traders can continue with the stock-centric approach; however they need to be very selective going ahead as we are approaching the resistance zone. 

आर्थिक थिंक टैंक ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) ने शनिवार को निर्यात संवर्धन निधि में गिरावट पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार को बाजार पहुंच पहल (एमएआई) के तहत वैश्विक प्रदर्शनियों में भाग लेने के लिए निर्यातकों को 2,500 करोड़ रुपये आवंटित करने पर विचार करना चाहिए। एमएआई को चालू वित्त वर्ष में कोई धनराशि नहीं मिली है।

जीटीआरआई ने कहा कि अप्रैल और अगस्त के बीच निर्यातकों ने विदेशी मेलों में भाग लेने के महत्वपूर्ण अवसर खो दिए हैं।

जीटीआरआई के संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने कहा, ”पिछले वर्षों में, इस योजना का बजट केवल 250 करोड़ रुपये था, जो 440 अरब डॉलर से अधिक की निर्यात अर्थव्यवस्था के लिए बहुत कम था।”

उन्होंने कहा कि इसे सालाना 2,500 करोड़ रुपये के बढ़े हुए बजट के साथ फिर से शुरू किया जाना चाहिए। भारतीय फर्मों को वैश्विक मेलों में अच्छी जगह मिल सके, इसके लिए कोष को कम से कम एक साल पहले जारी किया जाना चाहिए।

उन्होंने अमेरिका द्वारा भारतीय सामानों पर लगाए गए 50 प्रतिशत शुल्क के बीच निर्यात को बढ़ावा देने के लिए ब्याज समानीकरण योजना (आईएस) को फिर से शुरू करने, निर्यात प्रोत्साहन मिशन (ईपीएम) और ई-कॉमर्स निर्यात केंद्र को तुरंत शुरू करने का भी आह्वान किया।

इसके अलावा, श्रीवास्तव ने सीमा शुल्क निकासी में तेजी लाने, निर्यातित उत्पादों पर शुल्क और करों की छूट योजना के लाभों को निश्चित करने तथा अग्रिम प्राधिकरण योजना को सरल बनाने की सिफारिश की।

Published: August 30, 2025, 15:15 IST
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