
वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच जोखिम से बचने के लिए विदेशी निवेशक अब भारतीय रियल एस्टेट में निवेश करने के लिए स्थानीय कंपनियों के साथ साझेदारी कर रहे हैं। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
रियल एस्टेट सलाहकार वेस्टियन के आंकड़ों के अनुसार जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान उनका सह-निवेश 6.6 गुना होकर 72.658 करोड़ अमेरिकी डॉलर हो गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई-सितंबर 2025 के दौरान विदेशी कंपनियों से प्रत्यक्ष निवेश 68 प्रतिशत घटकर 14.069 करोड़ अमेरिकी डॉलर रह गया जो एक साल पहले इसी अवधि में 43.647 करोड़ डॉलर था।
इसमें कहा गया कि कैलेंडर वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के दौरान विदेशी एवं घरेलू कंपनियों द्वारा संयुक्त निवेश बढ़कर 72.658 करोड़ अमेरिकी डॉलर हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 10.976 करोड़ अमेरिकी डॉलर था।
घरेलू कंपनियों ने जुलाई-सितंबर 2025 के दौरान सीधे 89.222 करोड़ डॉलर का निवेश किया जो एक साल पहले की इसी अवधि में 41.455 करोड़ डॉलर से दो गुना से अधिक वृद्धि दर्शाता है।
वेस्टियन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) श्रीनिवास राव ने कहा, ‘‘ मुख्य रूप से वाणिज्यिक परिसंपत्ति वर्ग द्वारा संचालित, भारतीय रियल एस्टेट में संस्थागत निवेश में सालाना आधार पर 83 प्रतिशत बढ़ा जो वैश्विक चुनौतियों के बीच इस क्षेत्र के मजबूत लचीलेपन की पुष्टि करता है।’’
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