हैवेल्स का चौथी तिमाही का मुनाफा 15.7 प्रतिशत बढ़कर 517 करोड़ रुपये

उन्होंने कहा कि बड़े उपकरणों और केबल ने राजस्व वृद्धि का नेतृत्व किया. हालांकि, मुद्रास्फीति का दबाव समग्र उपभोक्ता धारणा पर बना हुआ है.कंपनी के निदेशक मंडल ने 600 प्रतिशत का अंतिम लाभांश देने की भी सिफारिश की है, जो एक रुपये मूल्य के प्रत्येक इक्विटी शेयर पर छह रुपये है.

उपभोक्ता इलेक्ट्रिकल उत्पाद बनाने वाली कंपनी हैवेल्स इंडिया लिमिटेड का मार्च तिमाही का एकीकृत शुद्ध मुनाफा 15.73 प्रतिशत बढ़कर 517 करोड़ रुपये रहा है. कंपनी ने शेयर बाजारों को यह जानकारी दी. इससे पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में कंपनी ने 446.7 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध मुनाफा अर्जित किया था. मार्च तिमाही में कंपनी की परिचालन आय 20.24 प्रतिशत बढ़कर 6,543.56 करोड़ रुपये हो गयी. पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 5,442.02 करोड़ रुपये थी.

मार्च तिमाही में हैवेल्स इंडिया का कुल खर्च 20.18 प्रतिशत बढ़कर 5,911.39 करोड़ रुपये हो गया. हैवेल्स इंडिया की कुल आय, जिसमें अन्य आय भी शामिल है, भी 19.83 प्रतिशत बढ़कर 6,612.28 करोड़ रुपये हो गई. पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए हैवेल्स का एकीकृत शुद्ध मुनाफा इससे पिछले वित्त वर्ष के 1,270.76 करोड़ रुपये से 15.7 प्रतिशत बढ़कर 1,470.24 करोड़ रुपये हो गया.

इसी तरह, 31 मार्च, 2025 को समाप्त वित्त वर्ष में हैवेल्स की कुल आय एक साल पहले के 18,838.97 करोड़ रुपये से 17.21 प्रतिशत बढ़कर 22,081.33 करोड़ रुपये हो गई. हैवेल्स के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अनिल राय गुप्ता ने कहा, ‘‘स्वस्थ राजस्व और लाभ वृद्धि के साथ कुल मिलाकर हमारा अच्छा प्रदर्शन रहा.

उन्होंने कहा कि बड़े उपकरणों और केबल ने राजस्व वृद्धि का नेतृत्व किया. हालांकि, मुद्रास्फीति का दबाव समग्र उपभोक्ता धारणा पर बना हुआ है.कंपनी के निदेशक मंडल ने 600 प्रतिशत का अंतिम लाभांश देने की भी सिफारिश की है, जो एक रुपये मूल्य के प्रत्येक इक्विटी शेयर पर छह रुपये है.

Published: April 22, 2025, 22:43 IST
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