
इस साल जनवरी-मार्च तिमाही में भारतीय रियल एस्टेट बाजार में 1.2 अरब डॉलर मूल्य के 28 सौदे हुए, जिनमें निजी इक्विटी लेनदेन का अच्छा-खासा योगदान रहा. ग्रांट थॉर्नटन भारत ने यह जानकारी दी है.
सलाहकार कंपनी ग्रांट थॉर्नटन भारत ने सोमवार को ‘रियल एस्टेट:आरईआईटी डीलट्रैकर-एमएंडए एंड पीई डील इनसाइट्स’ शीर्षक से रिपोर्ट जारी की.
रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘जनवरी-मार्च, 2025 की पहली तिमाही में भारतीय रियल एस्टेट बाजारों में 1.2 अरब डॉलर मूल्य के 28 सौदे हुए, जो आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) और पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) गतिविधियां कम रहने के बाद भी आकार में 133 प्रतिशत की भारी वृद्धि और वर्ष 2024 की पहली तिमाही की तुलना में मूल्य में पांच गुना से अधिक की वृद्धि को दर्शाता है. यह स्थिति, निवेशकों की निरंतर रुचि को दर्शाती है.’’
आंकड़ों के अनुसार, एमएंडए (विलय और अधिग्रहण) क्षेत्र में 13.7 करोड़ डॉलर मूल्य के 11 सौदे हुए. पीई/वीसी (निजी इक्विटी और उद्यम पूंजी) गतिविधियों में 105 करोड़ डॉलर मूल्य के 17 सौदे हुए. वर्ष 2025 की पहली तिमाही में आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक पेशकश) और क्यूआईपी (पात्र संस्थागत नियोजन) गतिविधियों में सुस्ती देखी गई.