
भारत ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 में एक अरब टन कोयला उत्पादन का रिकॉर्ड आंकड़ा पार कर लिया है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस उपलब्धि को देश के लिए गौरव का क्षण बताते हुए कहा कि यह ऊर्जा सुरक्षा तथा आत्मनिर्भरता के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
कोयले का उपयोग मुख्य रूप से बिजली उत्पादन के साथ-साथ कई उद्योगों में ईंधन के रूप में किया जाता है. यह विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के लिए मुख्य ऊर्जा स्रोत है. भारत ने 2023-24 (अप्रैल 2023 से मार्च 2024) में 99.783 करोड़ टन कोयला उत्पादन किया.
मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, चालू वित्त वर्ष में एक अरब टन कोयला उत्पादन ‘भारत के लिए गर्व का क्षण.’ उन्होंने कहा, ‘एक अरब टन कोयला उत्पादन का ऐतिहासिक आंकड़ा पार करना एक उल्लेखनीय उपलब्धि है, जो ऊर्जा सुरक्षा, आर्थिक वृद्धि और आत्मनिर्भरता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है.’
मोदी ने कहा कि यह उपलब्धि इस क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों की लगन और कड़ी मेहनत को भी दर्शाती है. प्रधानमंत्री ने केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी किशन रेड्डी के सोशल मीडिया ‘पोस्ट’ पर टिप्पणी करते हुए यह बात की.
रेड्डी ने ही इस उपलब्धि की घोषणा करते हुए लिखा ‘यह उपलब्धि हमारी बढ़ती हुई बिजली मांग को पूरा करेगी, आर्थिक वृद्धि को गति देगी तथा प्रत्येक भारतीय के लिए उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करेगी.’ कोयला मंत्रालय की कार्ययोजना वित्त वर्ष 2024-25 के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के लिए कोयला उत्पादन/उठान लक्ष्य 108 करोड़ टन है.
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