
गहरे परिचालन संकट से गुजर रही इंडिगो ने बृहस्पतिवार को विमानन नियामक डीजीसीए को सूचित किया कि वह आठ दिसंबर से उड़ानों की संख्या कम करेगी और 10 फरवरी, 2026 तक पूरी तरह से स्थिर संचालन बहाल हो जाएगा.
इंडिगो की उड़ानों में पिछले कुछ दिनों में आए व्यवधान की पृष्ठभूमि में नागर विमानन मंत्रालय और नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने विमानन कंपनी के अधिकारियों के साथ एक विस्तृत समीक्षा बैठक की.
डीजीसीए ने एक बयान में कहा कि उड़ान ड्यूटी समय सीमा (एफडीटीएल) मानदंडों के दूसरे चरण के कार्यान्वयन में गलत निर्णय और योजनागत अंतराल के कारण उड़ानों में व्यवधान हुआ क्योंकि चालक दल की जरूरतें अपेक्षा से अधिक हो गईं.
यह बयान ऐसे समय में आया है जब विभिन्न हवाई अड्डों पर 500 से अधिक उड़ानें रद्द की गई हैं.
इंडिगो ने नियामक को सूचित किया कि सुधारात्मक कार्रवाई जारी है और 10 फरवरी, 2026 तक पूरी तरह स्थिर उड़ान संचालन बहाल हो जाएगा जबकि अगले कुछ दिनों में और उड़ानें रद्द होने की आशंका है.
विमान कंपनी व्यवधानों को दूर करने के लिए आठ दिसंबर से उड़ानों का संचालन कम कर देगी.
डीजीसीए ने इंडिगो से एक विस्तृत खाका पेश करने को कहा है जिसमें विमान में चालक दल की भर्ती के लिए अनुमानित योजना के साथ चालक दल के प्रशिक्षण, ‘रोस्टर’ पुनर्गठन, सुरक्षा-जोखिम आकलन और शमन उपायों की योजना शामिल हो.
बयान के मुताबिक, ‘‘इंडिगो को उड़ान परिचालन को सामान्य करने के लिए एफडीटीएल में आवश्यक छूट संबंधी जानकारी डीजीसीए के समक्ष समीक्षा के लिए प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है.’’
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