मैजिकपिन और रैपिडो ने जोमैटो-स्विगी के 'फूड डिलीवरी' वर्चस्व को चुनौती देने के लिए की साझेदारी

इस समझौते से रैपिडो की कंपनी ओनली को देशभर में 80,000 से ज्यादा रेस्तरां तक पहुंच मिल जाएगी। वहीं मैजिकपिन को कुछ क्षेत्रों में रैपिडो के डिलीवरी नेटवर्क का लाभ मिलेगा।

As the law stands today, GST is paid by the restaurants, not by the food delivery services.

ऑनलाइन ऑर्डर पर खाने का सामान पहुंचाने वाले मंच जोमैटो और स्विगी का मुकाबला करने के लिए देश की तीसरी सबसे बड़ी इस क्षेत्र की कंपनी मैजिकपिन ने रैपिडो के साथ साझेदारी की है। इस घटनाक्रम से परिचित व्यक्ति ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि इस साझेदारी में मैजिकपिन अपना देशभर का विशाल रेस्तरां नेटवर्क रैपिडो के स्वामित्व वाले मंच ओनली से जोड़ेगा। ओनली को अगस्त में पेश किया गया था।

इस समझौते से रैपिडो की कंपनी ओनली को देशभर में 80,000 से ज्यादा रेस्तरां तक पहुंच मिल जाएगी। वहीं मैजिकपिन को कुछ क्षेत्रों में रैपिडो के डिलीवरी नेटवर्क का लाभ मिलेगा।

रैपिडो के प्रवक्ता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ”हम ज्यादातर रेस्तरां खुद की मर्चेंट टीम से सीधे जोड़ते हैं। मैजिकपिन जैसे पार्टनर्स से बहुत छोटा हिस्सा आता है। कुछ चुनिंदा शहरों में हम मैजिकपिन और अन्य कंपनियों को लॉजिस्टिक्स साझेदार के रूप में भी मदद करते हैं।”

Published: November 24, 2025, 11:22 IST
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