Reliance Consumer-SIL Brands: रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (RCPL) पैकेज्ड फूड ब्रांड SIL का अधिग्रहण करने जा रही है. इसके पोर्टफोलियो में कुकिंग पेस्ट, जैम, मेयोनीज, बेक्ड बीन्स और चाइनीज सॉस जैसे प्रोडक्ट शामिल हैं. रिलायंस कंज्यूमर की प्लानिंग राष्ट्रीय स्तर पर डिस्ट्रीब्यूशन बढ़ाने के लिए हिंदुस्तान यूनिलिवर लिमिटेड (HUL), टाटा कंज्यूमर और क्रेमिका जैसी कंपनियों के साथ सीधे FMCG में मुकाबला करने के लिए तैयार हो रहा है. इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि अधिग्रहण की औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं. SIL मुख्य रूप से पश्चिमी और दक्षिणी बाजारों में काम करती है.
ईटी के अनुसार, रिलायंस कंज्यूमर SIL के ब्रांड को इसके मौजूदा मालिक फूड सर्विस इंडिया से खरीदेगा. इस डील की वैल्यू कितनी होगी, इसको लेकर भी डिटेल्स सामने नहीं आई हैं. वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, SIL के पास पुणे और बेंगलुरु में मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी है.
75 साल पुरानी SIL फूड की शुरुआत मूल रूप से जेम्स स्मिथ एंड कंपनी के नाम से हुई थी. 1993 में मैरिको इंडस्ट्रीज ने इसका अधिग्रहण कर लिया था. मैरिको ने बाद में इस कारोबार को स्कैंडिक फ़ूड इंडिया को बेच दिया, जो डेनिश बिज़नेस हाउस गुड फ़ूड ग्रुप की सहायक कंपनी है. फिर 2021 में फ़ूड सर्विस इंडिया, जो होटलों और रेस्टोरेंट को सीज़निंग, मसाले और मसालों की आपूर्ति करती है, उसने SIL फ़ूड का अधिग्रहण कर लिया.
ईटी ने एक अधिकारी के हवाले से लिखा कि रिलायंस कंज्यूमर अपने प्रोडक्ट्स की कीमत स्थापित प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में कम रखने, खुदरा विक्रेताओं को हाई बिजनेस मार्जिन प्रदान करने और पुराने ब्रांडों को फिर से पेश करने की अपनी रणनीति पर काम करना जारी रखेगा.
उन्होंने कहा कि रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, SIL के ब्रांडों का अधिग्रहण कर रहा है. वो कंपनी या उसकी मैन्युफैक्चरिंग सुविधाओं को नहीं खरीद रहा है. पिछले कुछ वर्षों में कंपनी के अधिग्रहणों में रावलगांव और टॉफीमैन कन्फेक्शनरी, कैम्पा सॉफ्ट ड्रिंक्स, रस्किक बेवरेज, सोसियो कार्बोनेटेड ड्रिंक्स और लोटस चॉकलेट शामिल हैं.
पिछले सप्ताह, रिलायंस रिटेल वेंचर्स (RRVL) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी RCPL ने वित्त वर्ष 25 के पहले नौ महीनों के लिए 8,000 करोड़ रुपये की टॉपलाइन की सूचना दी. रिलायंस रिटेल वेंचर्स ने अपनी दिसंबर तिमाही की इनकम रिजल्ट में कहा कि उसके कैम्पा और इंडिपेंडेंस ब्रांड वित्त वर्ष 25 के अंत तक 1,000 करोड़ रुपये तक पहुंच सकते हैं. कंपनी ने कहा कि RCPL ने अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में डिस्ट्रीब्यूटर्स और मर्चेंट आउटलेट के अपने नेटवर्क में लगभग 300 फीसदी (YoY) ग्रोथ दर्ज की है. वहीं, फूड सर्विस इंडिया ने वित्त वर्ष 24 में 240 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया था.
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