
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) के चेयरमैन एस महेंद्र देव ने रविवार को कहा कि निजी कंपनियों के पास बहुत पूंजी है और अब उन्हें भारत की वृद्धि यात्रा में निवेश करना चाहिए.
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि निवेश और निर्यात देश की आर्थिक वृद्धि को गति देंगे.
देव ने आगे कहा कि रोजगार की गुणवत्ता एक मुद्दा है, इसलिए सरकार औपचारिक क्षेत्र में रोजगार बढ़ाने की कोशिश कर रही है.
उन्होंने ‘एवरीथिंग ऑल एट वन्स’ नामक एक किताब के विमोचन समारोह में कहा, ”निवेश और निर्यात वृद्धि को गति देंगे… निजी क्षेत्र के पास बहुत पूंजी है. अब उन्हें भारत की वृद्धि यात्रा में निवेश करना चाहिए.”
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के एक हालिया लेख के अनुसार, मजबूत व्यापक आर्थिक बुनियाद और नीतिगत दरों में एक प्रतिशत की कटौती के कारण, निजी क्षेत्र का पूंजी निवेश 2025-26 में 21.5 प्रतिशत बढ़कर 2.67 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है.
देव ने कहा कि भारत का युवा कार्यबल और डिजिटल तकनीक इसकी ताकत हैं.
उन्होंने कहा कि विकसित भारत का अर्थ समावेशी विकास है, और भारत में अत्यधिक गरीबी में उल्लेखनीय कमी आई है.
नीति आयोग के पूर्व वाइस चेयरमैन और इस पुस्तक के सह-लेखक राजीव कुमार ने कहा कि निजी उद्यमों ने भारत की वृद्धि गाथा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर भी बल दिया.
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