
स्थानीय शेयर बाजार में कमजोरी के रुख और विदेशी पूंजी की निकासी के चलते अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 10 पैसे टूटकर 88.29 प्रति डॉलर पर बंद हुआ.
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कमजोर डॉलर और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी ने गिरावट को कम किया.
निवेशक आगे के संकेतों के लिए बुधवार को फेडरल रिजर्व के नीतिगत फैसले पर भी नजर रख रहे हैं.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, रुपया 88.34 पर खुला और बाद में दिन के दौरान 88.23 से 88.40 के दायरे में कारोबार करता रहा. रुपया अंततः डॉलर के मुकाबले 88.29 पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से 10 पैसे की गिरावट है.
सोमवार को, डॉलर के मुकाबले रुपया 36 पैसे टूटकर 88.19 पर बंद हुआ था.
मिराए एसेट शेयरखान के मुद्रा एवं जिंस के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि कमजोर घरेलू शेयर बाजार और आयातकों की डॉलर मांग के चलते रुपया थोड़े नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा. हालांकि, भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर आशावाद निचले स्तर पर रुपये को सहारा दे सकता है.’’
चौधरी ने कहा कि अमेरिकी एफओएमसी बैठक के फैसले से पहले निवेशक सतर्क रह सकते हैं. उन्होंने कहा कि डॉलर-रुपये की हाजिर कीमत 87.90 से 88.60 के बीच रहने की उम्मीद है.
इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.09 प्रतिशत गिरकर 98.69 पर आ गया.
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 1.74 प्रतिशत गिरकर 64.48 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.
घरेलू शेयर बाजार में, सेंसेक्स 150.68 अंक के नुकसान के साथ 84,628.16 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 29.85 अंक के नुकसान के साथ 25,936.20 अंक पर रहा.
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक बाजार में शुद्ध लिवाल रहे. उन्होंने मंगलवार को 10,339.80 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.
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