
सॉफ्टबैंक समर्थित ई-कॉमर्स कंपनी मीशो और टेमासेक समर्थित ई-कॉमर्स मंच शिपरॉकेट सहित सात कंपनियों को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये धन जुटाने के लिए सेबी की मंजूरी मिल गई है।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने सोमवार को एक अद्यतन सूचना में यह जानकारी दी। जिन अन्य कंपनियों को निर्गम लाने की मंजूरी मिली है, उनमें राजपुताना स्टेनलेस, स्काईवेज एयर सर्विसेज, जर्मन ग्रीन स्टील एंड पावर, अलाइड इंजीनियरिंग वर्क्स और मनिका प्लास्टेक शामिल हैं।
अपडेट में बताया गया कि मई और जुलाई के बीच सेबी के पास अपने आईपीओ दस्तावेज दाखिल करने वाली सभी सात कंपनियों को 14 से 31 अक्टूबर के दौरान सेबी की टिप्पणी मिलीं। सेबी से टिप्पणी मिलने का अर्थ सार्वजनिक निर्गम लाने की मंजूरी मिलना है।
यह मंजूरी ऐसे समय में मिली, जब भारत के प्राथमिक बाजार की गतिविधियों में तेजी देखी जा रही है।
मीशो के प्रस्तावित आईपीओ में 4,250 करोड़ रुपये तक के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाने हैं, जबकि कुछ मौजूदा शेयरधारक 17.57 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) करेंगे।
सूत्रों के अनुसार, शिपरॉकेट सार्वजनिक निर्गम के माध्यम से लगभग 2,000-2,500 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। मीशो और शिपरॉकेट ने गोपनीय रूप से अपने आईपीओ दस्तावेज दाखिल किए हैं।
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