
स्टैंडर्ड चार्टर्ड की इनोवेशन और फिनटेक इन्वेस्टमेंट शाखा SC वेंचर्स ने KiyaAI के साथ मिलकर अकाशावर्स नामक एक नया डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाने के लिए एक समझौता किया है. इसकी जानकारी SC वेंचर्स और KiyaAI के अधिकारियों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी. उन्होंने कहा कि अकाशावर्स एक थ्री-डायमेंशनल वातावरण, टेक्नोलॉजी और AI के साथ इंटरैक्टिव टूल्स का उपयोग करके यूजर्स के लिए एक प्लेटफॉर्म तैयार करेगा.
उन्होंने बताया कि यह एक मनोरंजन, सोशल, ई-कॉमर्स और लाइफस्टाइल हब है, जो आभासी वास्तविकता (VR), ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करता है. यह इमर्सिव टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जरिए से लोगों को एक नई डिजिटल दुनिया में ले जाएगा.
अकाशावर्स के संस्थापक और सीईओ संजीव मेहता ने जानकारी देते हुए कहा, अकाशावर्स का उद्देश्य लोगों को ऐसे स्थानों और सेवाओं से जोड़ना और बातचीत के तरीके को बदलना है, जो पहले उनके लिए पहुंच से बाहर थे. हमारा हब उपयोगकर्ताओं की भागीदारी और इंटरैक्शन को बढ़ाने और उन्हें डिजिटल वातावरण में डूबने में सक्षम बनाने के लिए डिज़ाइन किया जा रहा है.”
क्या है अकाशावर्स?
अकाशावर्स एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो वर्चुअल रियलिटी (VR), ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) और AI का इस्तेमाल करके लोगों को इवेंट्स, ई-कॉमर्स और धार्मिक पर्यटन का नया अनुभव देगा.
फिजिकल सीमाओं को तोड़ना
अब तक कई अनुभवों के लिए लोगों को किसी स्थान पर खुद जाना पड़ता था, लेकिन अकाशावर्स इस जरूरत को खत्म करने की कोशिश करेगा. जो लोग भौगोलिक, आर्थिक, स्वास्थ्य और दूसरे कारणों से कहीं नहीं जा सकते, वे इस डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए नए अनुभव ले सकेंगे. इसके माध्यम से लोग घर बैठे तीर्थ यात्रा कर सकेंगे, वर्चुअल स्टोर्स यानी डिजिटल दुकानों से सामान खरीद सकेंगे और इसके अलावा, वे कहीं भी लाइव इवेंट्स में शामिल हो सकेंगे.
2032 तक 14 लाख करोड़ रुपये के बाजार का लक्ष्य
Precedence Research के अनुसार, 2032 तक ग्लोबल इमर्सिव टेक्नोलॉजी बाजार का आकार लगभग 14 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है. अकाशावर्स शुरुआत में भारत पर ध्यान केंद्रित करेगा और 360-डिग्री इमेजरी, VR, AR और AI जैसी तकनीकों का उपयोग करके तीन प्रमुख क्षेत्रों में इमर्सिव एक्पीरियंस देगा.