
दैनिक उपयोग का घरेलू सामान बनाने वाली प्रमुख कंपनी टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (टीसीपीएल) ने अगले पांच साल में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में 2,000 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनाई है।
टाटा समूह की इकाई ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि उसने निवेश के लिए यहां जारी ‘वर्ल्ड फूड इंडिया’ कार्यक्रम के दौरान सरकार के साथ एक गैर-बाध्यकारी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
हालांकि, कंपनी ने इस संबंध में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी।
कंपनी सूचना के अनुसार, ‘वर्ल्ड फूड इंडिया’ 2025 के लिए निवेश संवर्धन गतिविधि के हिस्से के रूप में कंपनी ने आज भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के साथ पांच वर्ष की अवधि में 2,000 करोड़ रुपये तक के निवेश के लिए एक गैर-बाध्यकारी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।’’
टीसीपीएल ने कहा कि प्रस्तावित निवेश कंपनी द्वारा ‘‘ व्यक्तिगत परियोजनाओं के वित्तीय मूल्यांकन और प्रासंगिक कॉर्पोरेट एवं वैधानिक अनुमोदन प्राप्त करने’’ के अधीन है। इसलिए प्रदान किए गए विवरण भिन्न हो सकते हैं।
इसमें कहा गया, ‘‘ निवेश के लिए नियम व शर्तें तय हो जाने के बाद यदि आवश्यक हुआ तो कंपनी उचित खुलासे करेगी।’’
टीसीपीएल के पास टाटा टी, टेटली, टाटा साल्ट, एट ओ’क्लॉक कॉफी, हिमालयन वाटर जैसे ब्रांड का स्वामित्व है। इसके पस टाटा संपन्न, टाटा सोलफुल, टाटा ग्लूको प्लस और टाटा वाटर प्लस जैसे उभरते ब्रांड भी हैं।
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