
कर्ज में डूबी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया का सितंबर, 2025 को समाप्त चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध घाटा सालाना आधार पर कम होकर 5,524 करोड़ रुपये रह गया.
बैंकों से लिए गए कर्ज पर वित्तीय लागत में बचत और शुल्क बढ़ोतरी से प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व में सुधार से कंपनी का घाटा कम हुआ.
कंपनी ने शेयर बाजारों को यह जानकारी दी. एक साल पहले इसी अवधि में उसे 7,175.9 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था.
समीक्षाधीन अवधि में उसका एकीकृत परिचालन राजस्व 2.4 प्रतिशत बढ़कर 11,195 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 10,932.2 करोड़ रुपये था.
कंपनी ने कहा कि एआरपीयू (प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व) 8.7 प्रतिशत बढ़कर 180 रुपये हो गया.
सितंबर, 2025 के अंत तक कंपनी का कुल कर्ज 2,02,951 करोड़ रुपये था.
कंपनी ने कहा कि कर्ज चुकाने की उसकी क्षमता सरकारी सहायता, पूंजी जुटाने और परिचालन से नकदी प्रवाह पर निर्भर है. सरकार के पास वीआईएल में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
समीक्षाधीन तिमाही के दौरान वोडाफोन आइडिया का एआरपीयू बेहतर हुआ, लेकिन ग्राहक आधार में तिमाही और सालाना आधार पर गिरावट हुई.
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