Defence Stock in Focus: आज आपको एक ऐसे शेयर के बारे में बताने वाले हैं जो डिफेंस, एयरोस्पेस और उर्जा क्षेत्रों के लिए हाई-प्रेसिजन डिवाइस बनाती है. इसका नाम Azad Engineering है जिसने अपनी उत्पादन क्षमता को 10 गुना बढ़ाने की योजना की घोषणा की है. कंपनी का टारगेट अपने बढ़ते ऑर्डरबुक को पूरा करना और ग्लोबल लेवल पर अपनी पकड़ मजबूत करना है. फिलहाल, कंपनी के पास 4,500 करोड़ रुपये का ऑर्डर है, जिसे पूरा करने के लिए यह बड़ा विस्तार किया जा रहा है. आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
सोमवार के ट्रेडिंग सेशन में Azad Engineering के शेयर में उतार-चढ़ाव देखने को मिला. शेयर की कीमत 1,480.20 रुपये तक नीचे गई, जो 1.67 फीसदी की गिरावट थी. हालांकि, बाद में इसमें रिकवरी देखी जिससे शेयर 1,491.85 रुपये पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव 1,505.45 रुपये से 0.90 फीसदी गिरावट था. यह शेयर पिछले एक साल में 60 फीसदी का रिटर्न दे चुका है.
Azad Engineering अपने ऑर्डरबुक को सपोर्ट करने के लिए 10 गुना उत्पादन क्षमता बढ़ाने जा रही है. कंपनी की योजना के मुताबिक, Tuniki Bollaram में पहला चरण GE Steam Power के लिए समर्पित होगा, जिसे मार्च 2025 तक चालू करने की योजना है. अन्य कस्टमर-स्पेसिफिक फैसिलिटी भी कुछ महीनों के अंतराल में शुरू की जाएंगी. इसके साथ ही Mitsubishi के लिए एक अलग मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बनाई जाएगी. इसके अलावा Baker Hughes के साथ हुए समझौते के तहत सऊदी अरब में भी एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित की जाएगी.
Azad Engineering Limited की स्थापना 1983 में हुई थी और यह रक्षा, एयरोस्पेस, तेल एवं गैस, और ऊर्जा क्षेत्रों के लिए हाई-प्रिसिजन कंपोनेंट्स बनाने वाली प्रमुख भारतीय कंपनियों में से एक है. यह कंपनी टरबाइन ब्लेड और एयरफॉइल कंपोनेंट्स जैसी जटिल तकनीक वाले उत्पाद बनाती है और वैश्विक OEMs को सप्लाई करती है.
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