
भारत और ब्रिटेन ने बृहस्पतिवार को ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर किए। इससे दोनों देशों की बाजार पहुंच में उल्लेखनीय सुधार होने के साथ सालाना द्विपक्षीय व्यापार में करीब 34 अरब डॉलर की बढ़ोतरी होगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर की मौजूदगी में मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
अधिकारियों ने कहा कि एफटीए के लागू होने पर 99 प्रतिशत भारतीय निर्यात पर ब्रिटेन में शुल्क नहीं लगेगा। दूसरी तरफ ब्रिटिश कंपनियों के लिए व्हिस्की, कारों एवं अन्य उत्पादों का भारत में निर्यात करना आसान हो जाएगा। इस तरह समग्र द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि होगी।
दोनों देशों के बीच तीन साल की बातचीत के बाद इस व्यापार समझौते को अंतिम रूप दिया जा सका है। इससे भारतीय वस्तुओं को सभी क्षेत्रों में व्यापक बाजार पहुंच सुनिश्चित होने की उम्मीद है।
अधिकारियों ने बताया कि भारत को लगभग 99 प्रतिशत उत्पाद श्रेणियों के पूरी तरह शुल्क-मुक्त होने से फायदा होगा। यह छूट लगभग 100 प्रतिशत व्यापार मूल्य को समाहित करता है।