
कृषि विश्वविद्यालयों ने आईसीएआर कोटे के तहत 3,121 सीटों पर बीएससी (कृषि) पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए कृषि विषय को कक्षा 12वीं के पात्रता मानदंड में शामिल करने पर सहमति दी है. आईसीएआर कोटा देश के 50 कृषि विश्वविद्यालयों की कुल सीटों का 20 प्रतिशत है, जिसमें प्रवेश भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) द्वारा आयोजित अखिल भारतीय प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से होता है.
कृषि विषय के साथ अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों की लंबे समय से यह शिकायत थी कि उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाता था, क्योंकि अधिकांश विश्वविद्यालय केवल भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित और जीव विज्ञान तीन विषयों वाले संयोजन के छात्रों को ही दाखिला देते हैं.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘यह निर्णय देश भर के छात्रों के लिए प्रवेश के अवसर सुलभ और समान बनाएगा. यह प्रणाली 2025-26 से लागू होगी और लगभग 3,000 छात्रों को सीधे लाभ मिलेगा.’
आईसीएआर के महानिदेशक एम एल जाट ने बताया कि अधिकांश कृषि विश्वविद्यालयों ने कक्षा 12वीं के पात्रता मानदंड में कृषि विषय को शामिल करने पर सहमति दे दी है. 50 विश्वविद्यालयों में से 42 ने कृषि, जीव विज्ञान और रसायन विज्ञान (एबीसी) संयोजन को, जबकि तीन ने भौतिकी, रसायन और कृषि (पीसीए) संयोजन को मान्यता दी है.
शेष पांच विश्वविद्यालयों ने आश्वासन दिया है कि वे 2026-27 शैक्षणिक सत्र से कक्षा 12वीं के लिए प्रवेश पात्रता मानदंड में कृषि को एक विषय के रूप में शामिल करेंगे.
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