
पेंट बनाने वाली देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बर्जर पेंट्स इंडिया लिमिटेड ने 2030 तक 20,000 करोड़ रुपये का कारोबार हासिल करने का लक्ष्य रखा है. कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
कंपनी की 101वीं वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अभिजीत रॉय ने पिछले वर्ष आर्थिक नरमी और बढ़ी हुई प्रतिस्पर्धा के बावजूद बर्जर की दृढ़ता का उल्लेख किया जिससे कंपनी ने मात्रा के लिहाज से सात प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हासिल की एवं परिचालन लाभ में सुधार किया.
कंपनी की अब संगठित पेंट क्षेत्र में 20 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी है.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि जेएसडब्ल्यू द्वारा एक्जो नोबेल के कोटिंग व्यवसाय के अधिग्रहण का हम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
रॉय ने सजावटी पेंट, निर्माण रसायन एवं औद्योगिक क्षेत्रों में अवसरों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘ हम बाजार हिस्सेदारी हासिल करना और लाभप्रदता में सुधार करना जारी रखे हुए हैं. हमारी महत्वाकांक्षा 2030 तक 20,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने की है.’’
कंपनी शहरी बाजारों में नवाचार, तीव्र डिजिटलीकरण और नेटवर्क विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रही है. बर्जर ने तेजी से बढ़ते निर्माण रसायन और ‘वॉटरप्रूफिंग’ क्षेत्र में तीसरा स्थान हासिल कर लिया है और अधिकतर प्रतिस्पर्धियों को पीछे छोड़ दिया है. साथ ही भारत के बुनियादी ढांचे के विकास और ‘मेक इन इंडिया’ पहलों से प्रेरित होकर सुरक्षात्मक ‘कोटिंग्स’ और सामान्य औद्योगिक क्षेत्रों में भी अग्रणी स्थान बनाए रखा है.
बर्जर की कुछ कच्चे माल की बढ़ती लागत के बावजूद उत्पादों की कीमतें बढ़ाने की कोई योजना नहीं है, क्योंकि अन्य कच्चे माल की कम कीमतें इस प्रभाव को संतुलित करती हैं.
रॉय ने कहा, ‘‘ हम मांग और कच्चे माल की कीमतों पर नजर रख रहे हैं, क्योंकि बाजार के विभिन्न हिस्सों में मांग का परिदृश्य मिला-जुला बना हुआ है.’’
उन्होंने कहा कि कंपनी को वितरण नेटवर्क के विस्तार, अपनी मजबूत बाजार स्थिति और रणनीतिक कदमों का लाभ उठाते हुए एक और साल मजबूत वृद्धि की उम्मीद है.