• हिन्दी
  • ગુજરાતી
  • বাংলা
  • తెలుగు
  • मराठी
  • ಕನ್ನಡ
  • money9
  • Insurance
  • Saving
  • Mutual Funds
  • Mirae Asset MF
  • Breaking Briefs
downloadDownload The App
Close
  • Home
  • Videos
  • Podcast
  • Banking
  • Bulletin
  • Gold
  • Healthcare
  • Real Estate
  • Tax
  • Travel
  • Survey 2023
  • Survey Report
  • Breaking Briefs
  • Insurance
  • Savings
  • Loan
  • Crypto
  • Investment
  • Mutual Funds
  • Real Estate
  • Tax
  • Exclusive
  • Home / Latest News

अमेरिकी शुल्क से रोजगार पर असर को लेकर विशेषज्ञ बंटे

उसने आगे कहा, ‘‘इसी तरह, हीरा और आभूषण उद्योग में भी हजारों नौकरियां खतरे में हैं, क्योंकि अमेरिका में मांग कम हो रही है और लागत बढ़ रही है।’’

  • Money9
  • Last Updated : August 17, 2025, 18:50 IST
  • Follow
During the week, we witnessed many astonishing moves in midcap and small-cap stocks and traders can continue with the stock-centric approach; however they need to be very selective going ahead as we are approaching the resistance zone. 
  • Follow

अमेरिका द्वारा भारतीय निर्यात पर लगाए गए भारी शुल्क ने भारत में रोजगार को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं।

कुछ विशेषज्ञ तत्काल नौकरियों के संकट की चेतावनी दे रहे हैं, जबकि कुछ अन्य का मानना है कि भारत की घरेलू मांग और व्यापार में विविधता इस प्रभाव को कम करने में मदद करेगी।

कार्यबल समाधान और मानव संसाधन सेवा प्रदाता जीनियस एचआरटेक के संस्थापक, चेयरमैन और प्रबंध निदेशक आर पी यादव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘अमेरिका द्वारा हाल में लगाए गए अतिरिक्त शुल्कों का भारत के रोजगार परिदृश्य पर सीधा और व्यापक प्रभाव पड़ने की आशंका है। इसका विशेष रूप से उन उद्योगों पर असर पड़ेगा जो कारोबार की निरंतरता और वृद्धि के लिए अमेरिकी बाजार पर बहुत अधिक निर्भर हैं।’’

यादव ने कहा कि कपड़ा उद्योग, वाहन कलपुर्जे बनाने वाले, कृषि और रत्न-आभूषण जैसे क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। इसका सबसे बड़ा बोझ सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यमों (एमएसएमई) पर पड़ेगा।

उनका अनुमान है कि लगभग दो से तीन लाख नौकरियां खतरे में हैं। सिर्फ कपड़ा उद्योग में ही, जो ज्यादा श्रम पर निर्भर है, अगले छह महीने से ज्यादा अगर यह शुल्क जारी रहा तो लगभग एक लाख नौकरियां जा सकती हैं।

उसने आगे कहा, ‘‘इसी तरह, हीरा और आभूषण उद्योग में भी हजारों नौकरियां खतरे में हैं, क्योंकि अमेरिका में मांग कम हो रही है और लागत बढ़ रही है।’’

हालांकि, टीमलीज़ सर्विसेज़ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बालासुब्रमण्यम आनंद नारायणन का मानना है कि नौकरियों के जाने की संभावना फिलहाल नहीं है।

उनका कहना है कि भारत की अर्थव्यवस्था ज़्यादातर घरेलू खपत पर आधारित है, जबकि चीन की ज़्यादा निर्भरता निर्यात पर है।

उन्होंने कहा, “फिलहाल हमें न तो सुस्ती के और न ही नौकरियां जाने के कोई संकेत दिख रहे हैं। इसका मतलब यह भी है कि हमारी ज्यादातर नौकरियां घरेलू मांग पर आधारित हैं, सिर्फ कुछ क्षेत्र जैसे सूचना प्रौद्योगिक संबद्ध (आईटीईएस) को छोड़कर। अमेरिका को हमारा निर्यात 87 अरब डॉलर का है, जो हमारे कुल सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का लगभग 2.2 प्रतिशत है। दवा उद्योग, इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे बड़े क्षेत्र अभी प्रभावित नहीं होंगे। इससे यह असर सीमित होकर कपड़ा, रत्न-आभूषण जैसे उद्योगों तक ही रहेगा।’

उन्होंने कहा, ‘‘ये शुल्क इस महीने के अंत तक लागू होंगे और उससे पहले कुछ बातचीत होने की संभावना है।’

उन्होंने कहा, ‘‘दूसरी ओर, हमारे लिए कुछ अच्छी खबरें भी रही हैं, जैसे हाल ही में ब्रिटेन और अन्य देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) हुए हैं। अगर अमेरिका ये नए शुल्क लागू भी करता है, तो हम अपने व्यापार को दूसरी बाज़ारों की ओर मोड़ने या विविध बनाने का रास्ता ज़रूर निकाल लेंगे। इसलिए फिलहाल हमें नौकरियों में कमी के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। यह स्थिति लगातार बदल रही है और आने वाले समय में हमें और स्पष्टता मिलेगी।’

Published: August 17, 2025, 18:46 IST

Download Money9 App for the latest updates on Personal Finance.

  • tariff

Related

  • DGCA प्रमुख ने सुचारू उड़ान संचालन सुनिश्चित करने के लिए पायलटों से मांगा सहयोग
  • रेपो दर में कटौती से घर के लिए कर्ज होगा सस्ता, मांग बढ़ेगी: रियल एस्टेट
  • मीशो के 5,421 करोड़ रुपये के आईपीओ को दूसरे दिन मिला 7.97 गुना अभिदान
  • इंडिगो को अगले साल 10 फरवरी तक उड़ान संचालन पूरी तरह बहाल होने की उम्मीद
  • इंडिगो की 180 से अधिक उड़ानें रद्द
  • नेफ्रोप्लस का आईपीओ 10 दिसंबर को, मूल्य दयरा 438 रुपये से 460 रुपये प्रति शेयर

Latest

  • 1. Know the correct way to get KYC done!
  • 2. Why health insurance claim gets rejected?
  • 3. Power to Respond!
  • 4. What is Asset Under Management?
  • 5. No Worries on Medical Expenses!
  • Trending Stories

  • DGCA प्रमुख ने सुचारू उड़ान संचालन सुनिश्चित करने के लिए पायलटों से मांगा सहयोग
  • रेपो दर में कटौती से घर के लिए कर्ज होगा सस्ता, मांग बढ़ेगी: रियल एस्टेट
  • मीशो के 5,421 करोड़ रुपये के आईपीओ को दूसरे दिन मिला 7.97 गुना अभिदान
  • इंडिगो को अगले साल 10 फरवरी तक उड़ान संचालन पूरी तरह बहाल होने की उम्मीद
  • Indigo की 200 से ज्यादा फ्लाइट रद्द, हजारों पैसेंजर फंसे
  • TV9 Sites

  • TV9 Hindi
  • TV9Telugu.com
  • TV9 Marathi
  • TV9 Gujarati
  • TV9 Kannada
  • TV9 Bangla
  • TV9 English
  • News9 Live
  • Trends9
  • Tv9tamilnews
  • Assamtv9
  • Malayalamtv9
  • Money9 Sites

  • Money9 Hindi
  • Money9 English
  • Money9 Marathi
  • Money9 Telugu
  • Money9 Gujarati
  • Money9 Kannada
  • Money9 Bangla
  • Money9live
  • Topics

  • Insurance
  • Savings
  • Loan
  • Stocks
  • Mutual Funds
  • Real Estate
  • Tax
  • Crypto
  • Exclusive
  • Follow us

  • FaceBook
  • Twitter
  • Youtube
  • Instagram
  • Linkedin
  • Download App

  • play_store
  • App_store
  • Contact Us
  • About Us
  • Advertise With Us
  • Privacy & Cookies Notice
  • Complaint Redressal
  • Copyright © 2025 Money9. All rights reserved.
  • share
  • Facebook
  • Twitter
  • Whatsapp
  • LinkedIn
  • Telegram
close