
पतंजलि फूड्स लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में 8,899.70 करोड़ रुपये का ऑपरेशनल रेवेन्यू दर्ज किया है. जबकि, पिछले साल की समान अवधि के में यह 7,177.17 करोड़ रुपये रहा था. इस तरह रेवेन्यू में करीब 24% का उछाल आया है. इसके साथ ही कंपनी ने इस दौरान 180.39 करोड़ रुपये का प्रॉफिट रिपोर्ट किया है. जबकि, EBITDA 334.17 करोड़ रुपये रहा. कंपनी का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में स्थिर मांग और किफायती पैक के चलते कारोबार को मजबूती मिली है. हालांकि, शहरी बाजारों में प्रीमियम FMCG उत्पादों की मांग सुस्त रही.
कंपनी का ग्रॉस प्रॉफिट 1,259.19 करोड़ रहा, जो सालाना आधार पर 23.81% की वृद्धि दिखाता है. वहीं, ग्रॉस प्रॉफिट मार्जिन 14.13% रहा. इसके अलावा FMCG सेगमेंट का रेवेन्यू 2,299.69 करोड़ रुपये रहा, जिसमें HPC का योगदान 639.02 करोड़ और EBITDA 119.50 करोड़ का रहा. इसके अलावा एडिबल ऑयल सेगमेंट ने 6,685.86 करोड़ का रेवेन्यू दर्ज किया, जो 25.34% की सालाना ग्रोथ दिखाता है.
कंपनी का दावा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिक्री स्थिर रही है. खासतौर पर Grameen Vitrak Program जैसी पहलों से डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का विस्तार हुआ है. इसके साथ ही शहरी इलाकों में छोटे पैक और वैल्यू प्राइसिंग से मांग में सुधार के शुरुआती संकेत मिलने लगे हैं. इसके अलावा पाम ऑयल की कीमतों में गिरावट और कस्टम ड्यूटी कटौती से एडिबल ऑयल सेगमेंट में प्रतिस्पर्धा बढ़ी, जिससे इस सेगमेंट पर दबाव बढ़ा है.