
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने स्वास्थ्य सेवाओं में एक और क्रांतिकारी कदम उठाते हुए 200 नए आम आदमी क्लीनिक खोलने की घोषणा की है. यह कदम राज्य के लोगों को उनके घर के पास ही मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण इलाज देने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा. इसके साथ ही, 881 मौजूदा क्लीनिकों को व्हाट्सऐप चैटबॉट से जोड़कर स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल बनाने की शुरुआत की गई है, जिससे मरीजों को डॉक्टर की पर्ची से लेकर टेस्ट रिपोर्ट तक सब कुछ मोबाइल पर मिलेगा.
टैगोर थिएटर में आयोजित एक भव्य समारोह में मुख्यमंत्री ने बताया कि आम आदमी क्लीनिक देश का सबसे सफल स्वास्थ्य मॉडल बन चुका है. वर्तमान में 565 ग्रामीण और 316 शहरी क्लीनिकों में रोजाना 70,000 मरीज मुफ्त इलाज का लाभ ले रहे हैं. 200 नए क्लीनिक शुरू होने के बाद इनकी कुल संख्या 1081 हो जाएगी. यह न केवल लोगों का सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था पर भरोसा बढ़ा रहा है, बल्कि महिलाओं और बुजुर्गों को खास राहत दे रहा है, जो अपने घर के पास ही बेहतर इलाज पा रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने आम आदमी क्लीनिकों को व्हाट्सऐप चैटबॉट से जोड़ने को गेम-चेंजर बताया. अब मरीजों को डॉक्टर की पर्ची, टेस्ट रिपोर्ट, अगली अपॉइंटमेंट का रिमाइंडर और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी सीधे उनके मोबाइल पर मिलेगी. खासकर शुगर, ब्लड प्रेशर, गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों की देखभाल से जुड़ी जानकारी अब व्हाट्सऐप पर उपलब्ध होगी. पंजाब के 90% लोगों के पास स्मार्टफोन होने का फायदा उठाते हुए यह सुविधा मरीजों के लिए वरदान साबित होगी. साथ ही, स्वास्थ्य विभाग को बीमारियों और इलाज का डेटा जमा करने में भी मदद मिलेगी.
एक और बड़ी घोषणा में मुख्यमंत्री ने कहा कि अब कुत्ते के काटने के मामले में एंटी-रेबीज़ वैक्सीन आम आदमी क्लीनिकों में मुफ्त उपलब्ध होगी. पहले यह इलाज महंगा और स्थानीय स्तर पर मुश्किल था, लेकिन अब सरकार इसका पूरा खर्च वहन करेगी. यह कदम ग्रामीण क्षेत्रों के लिए विशेष रूप से राहतकारी होगा.10 लाख तक का मुफ्त इलाज‘मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना’ के तहत पंजाब देश का पहला राज्य बनेगा, जो हर परिवार को 10 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देगा. भगवंत मान ने कहा कि पिछली सरकारों ने स्वास्थ्य को नजरअंदाज किया, जिसके चलते लोग महंगे इलाज के बोझ तले दब जाते थे. लेकिन अब सरकार इस कर्तव्य को पूरी निष्ठा से निभा रही है. कपूरथला, होशियारपुर, संगरूर और नवांशहर में चार नए मेडिकल कॉलेजों को मंजूरी देकर पंजाब को मेडिकल हब बनाने की दिशा में भी काम तेज हो गया है.
सड़क सुरक्षा बल (SSF) को जीवन रक्षक बताते हुए मान ने कहा कि इसने सड़क हादसों में 48% कमी लाई है. पहले पंजाब में हर साल 5,000 से ज्यादा लोग हादसों में जान गंवाते थे, लेकिन अब 144 आधुनिक वाहनों और प्रशिक्षित कर्मचारियों, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं, के साथ SSF ने सैकड़ों जिंदगियां बचाई हैं. भारत सरकार ने भी इस पहल की तारीफ की है.
मुख्यमंत्री ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मौजूद टीम से आम आदमी क्लीनिकों का दौरा कर अपने अनुभव साझा करने को कहा, ताकि यह मॉडल दुनिया के सामने एक मिसाल बन सके. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने भी इस मौके पर स्वास्थ्य क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों को रेखांकित किया.