
टाटा कम्युनिकेशंस ने सोमवार को कहा कि उसे माल एवं सेवा कर अपीलीय न्यायाधिकरण (जीएसटीएटी) से ‘कई करोड़ रुपये’ का एक ऑर्डर मिला है। यह ऑर्डर नेटवर्क, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), क्लाउड और सुरक्षा सहित सभी क्षेत्रों में एकीकृत प्रबंधन के साथ एक संपूर्ण डिजिटल ढांचा तैयार करने के लिए है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य जीएसटीएटी के संचालन में तेजी लाना और उसे सुव्यवस्थित करना है। यह परियोजना देश भर में न्यायाधिकरण की सभी पीठों तक निर्बाध पहुंच को सक्षम करेगी, डेटा सुरक्षा को मजबूत करेगी और एक सरल उपयोगकर्ता अनुभव प्रदान करेगी।
बयान के मुताबिक, ‘‘टाटा कम्युनिकेशंस को जीएसटीएटी की पीठों के लिए एक व्यापक डिजिटल बुनियादी ढांचा तैयार करने के लिए एक रणनीतिक परियोजना आवंटित की गई है। इसमें नेटवर्क संरचना, आईओटी, क्लाउड और सुरक्षा के साथ सभी क्षेत्रों में एकीकृत प्रबंधन शामिल है।’’
टाटा कम्युनिकेशंस ने कहा कि करोड़ों रुपये का यह प्रतिष्ठित ऑर्डर महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पहलों के लिए एक विश्वसनीय प्रौद्योगिकी भागीदार के रूप में उसकी स्थिति को और मजबूत करेगा।
इस ऑर्डर के तहत कंपनी एलएएन, डब्ल्यूएएन, एसडी-डब्ल्यूएएन, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, क्लाउड सेवाओं और उन्नत सुरक्षा को कवर करते हुए एक सुरक्षित, मापनयोग्य और बुद्धिमान डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करेगी।
जीएसटीएटी माल एवं सेवा कर से संबंधित विवादों के समाधान के लिए एक समर्पित अपीलीय निकाय है। इसकी मुख्य पीठ नई दिल्ली में स्थित है जबकि विभिन्न राज्यों में 31 पीठें हैं।