
अमेरिका में शुल्क वृद्धि के बीच खुदरा मुद्रास्फीति दर जुलाई में 2.7 प्रतिशत पर स्थिर बनी रही जबकि मुख्य मुद्रास्फीति दर पांच माह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई।
अमेरिका के श्रम विभाग ने मंगलवार को जारी आंकड़ों में कहा कि जुलाई में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) सालाना आधार पर 2.7 प्रतिशत बढ़ा। यह जून महीने के बराबर ही है जबकि अप्रैल में दर्ज 2.3 प्रतिशत के स्तर से ऊपर है।
पिछले महीने मुख्य (कोर) मुद्रास्फीति में 3.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई जो जून के 2.9 प्रतिशत से अधिक है। मुख्य मुद्रास्फीति में खाद्य एवं ऊर्जा संसाधन शामिल नहीं होते।
आंकड़ों से संकेत मिलता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्यापक शुल्क के प्रभाव को गैस कीमतों में नरमी और किराया में धीमी वृद्धि आंशिक रूप से संतुलित कर रही हैं।
ये आंकड़े अप्रैल में ट्रंप प्रशासन की तरफ से लगाए गए 10 प्रतिशत बुनियादी सीमा शुल्क और चीन एवं कनाडा जैसे देशों पर अधिक आयात शुल्क के असर को भी दर्शाते हैं।
हालांकि, मुद्रास्फीति के लगातार ऊंचे स्तर पर होने से अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के लिए मुश्किल स्थिति पैदा हो रही है। अप्रैल में शुल्क वृद्धि लागू होने के बाद से नौकरियों में बढ़ोतरी की रफ्तार घटी है। इससे वित्तीय बाजारों में नीतिगत ब्याज दर में कटौती की उम्मीदें बढ़ी हैं।
फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल ने चेतावनी दी है कि मुद्रास्फीति की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए केंद्रीय बैंक मौद्रिक नीति में ढील देने से बच सकता है.