
देश के सात प्रमुख शहरों में जनवरी-जून 2025 के दौरान एक करोड़ रुपये से कम कीमत वाले घरों की बिक्री में 32 प्रतिशत की गिरावट आई।
रियल एस्टेट सलाहकार जेएलएल इंडिया ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इस दौरान प्रीमियम घरों की मांग में पांच प्रतिशत की वृद्धि हुई।
जेएलएल इंडिया ने मंगलवार को आवास बाजार पर अपनी रिपोर्ट जारी की, जिसके मुताबिक जनवरी-जून, 2025 में सात शहरों – मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), दिल्ली-एनसीआर, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरु और पुणे में घरों की बिक्री सालाना 13 प्रतिशत घटकर 1,34,776 इकाई रह गई।
इन आंकड़ों में सभी श्रेणियों के अपार्टमेंट शामिल हैं। रोहाउस, विला और प्लॉट को इसमें शामिल नहीं किया गया है।
आंकड़ों के अनुसार, जनवरी-जून में फ्लैट (एक करोड़ रुपये से कम) की बिक्री सालाना 32 प्रतिशत घटकर 51,804 इकाई रह गई।
हालांकि, इस दौरान प्रीमियम अपार्टमेंट (एक करोड़ रुपये से अधिक) की बिक्री छह प्रतिशत बढ़कर 82,972 इकाई हो गई।
जेएलएल इंडिया ने कहा, ‘‘2025 की पहली छमाही के दौरान एक करोड़ रुपये और उससे अधिक मूल्य के अपार्टमेंट की हिस्सेदारी कुल बिक्री में लगभग 62 प्रतिशत थी, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह आंकड़ा 51 प्रतिशत था।’’
समीक्षाधीन अवधि में एक करोड़ रुपये से कम कीमत वाले घरों की हिस्सेदारी कुल बिक्री में सालाना आधार पर 49 प्रतिशत से घटकर 38 प्रतिशत रह गई।
जेएलएल इंडिया के मुख्य अर्थशास्त्री और अनुसंधान प्रमुख सामंतक दास ने कहा कि लक्जरी घरों की बिक्री में लगातार वृद्धि खरीदारों की बढ़ती समृद्धि, बदलती जीवनशैली की आकांक्षाओं और बड़े आवास की बढ़ती मांग का संकेत देती है।