
डिक्सन टेक्नोलॉजीज को चीनी प्रतिद्वंद्वी लॉन्गचियर के साथ संयुक्त उद्यम (जेवी) स्थापित करने के लिए भारत सरकार से मंजूरी मिल गई है। शेयर बाजार को दी सूचना में यह जानकारी दी गई।
यह संयुक्त उद्यम डिक्सन और लॉन्गचियर की सिंगापुर स्थित अनुषंगी कंपनी के बीच बनाया जाएगा।
शेयर बाजार को 24 जून को दी गई जानकारी के अनुसार, ‘‘ डिक्सन को भारत में लॉन्गचियर के साथ एक संभावित संयुक्त उद्यम (जेवी) बनाने के लिए इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) से मंजूरी मिल गई है। इसके लिए डिक्सन और लॉन्गचियर के बीच आपसी सहमति से एक खाका तैयार किया जाएगा जिससे संयुक्त उद्यम कंपनी की कुल चुकता शेयर पूंजी का 74 प्रतिशत डिक्सन के पास और 26 प्रतिशत लॉन्गचियर के पास होगा।’’
डिक्सन संयुक्त उद्यमों के लिए कई चीनी कंपनियों से संपर्क कर रही है।
इसने मोबाइल फोन और लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक सामानों में इस्तेमाल होने वाले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के निर्माण एवं बिक्री के लिए चीन की इलेक्ट्रॉनिक घटक कंपनियों चोंगकिंग युहाई प्रिसिजन मैन्युफैक्चरिंग कंपनी लिमिटेड और कुनशान क्यू टेक्नोलॉजी की भारतीय इकाई के साथ अलग-अलग समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।
कंपनी चीन की स्मार्ट फोन विनिर्माता कंपनी वीवो के साथ संयुक्त उद्यम स्थापित करने की दिशा में भी काम कर रही है।
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