
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि सरकार मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) पर हितधारकों के साथ व्यापक विचार-विमर्श कर रही है और घरेलू उद्योग के हितों को ध्यान में रखकर ही इन समझौतों को आगे बढ़ा रही है। गोयल ने कहा कि भारत इन व्यापार समझौतों पर बात करते समय उद्योग जगत के आक्रामक एवं रक्षात्मक दोनों तरह के हितों को ध्यान में रख रहा है।
उन्होंने ‘वाणिज्य भवन’ के उद्घाटन की तीसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम हितधारकों के साथ व्यापक विचार-विमर्श और बैठकें करने के बाद अपने सभी एफटीए करते हैं। हम उनकी (उद्योगों की) चिंताओं और जरूरतों का ख्याल रखते हैं।’’
उन्होंने कहा कि भारत उन व्यापारिक साझेदारों के साथ एफटीए पर बातचीत कर रहा है जो देश के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं करते हैं बल्कि इसकी अर्थव्यवस्था के पूरक हैं ताकि इससे उद्योग और लोग लाभान्वित हों।
गोयल ने कहा, ‘‘आगे भी हम ऐसे एफटीए करेंगे, जिनमें राष्ट्रीय और सार्वजनिक हितों को ध्यान में रखा जाएगा।’’
इस अवसर पर गोयल ने कहा कि नए सरकारी ऑनलाइन खरीद मंच (जीईएम) ने सार्वजनिक खरीद को लोकतांत्रिक बनाया है, जिससे देश के दूरदराज के इलाकों समेत पूरे भारत में उद्यमियों की भागीदारी संभव हुई है।
उन्होंने कहा, ‘‘ई-कॉमर्स आज सर्वोत्तम मूल्य की खोज करने और हर कोने से उत्पादकों को राष्ट्रीय आपूर्ति शृंखलाओं में लाने की एक व्यवस्था मुहैया कराता है।’’
Download Money9 App for the latest updates on Personal Finance.
