
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मिग-21 को एक शक्तिशाली विमान और राष्ट्रीय गौरव बताते हुए कहा कि इस विमान के प्रति गहरा लगाव है, जिसने हमारे आत्मविश्वास को आकार दिया है।

स्थानीय सर्राफा बाजार में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 630 रुपये की गिरावट के साथ 1,17,370 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) रहा। पिछले कारोबार में यह 1,18,000 रुपये प्रति 10 ग्राम था।

इन परियोजनाओं से रोजगार के 30,000 प्रत्यक्ष और 3,00,000 अप्रत्यक्ष अवसर उत्पन्न होने की उम्मीद है। इनका क्रियान्वयन इसी वर्ष शुरू होगा और 2030 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.

रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 88.75 के अपने सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ था।

बीएसई पर शेयर की शुरुआत 285 रुपये पर हुई, जो निर्गम मूल्य से 4.68 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता है। इसके बाद यह 8.34 प्रतिशत फिसलकर 274.05 रुपये पर आ गया।

आरसीपीएल, रिलायंस रिटेल से उभरकर रिलायंस इंडस्ट्रीज की अनुषंगी कंपनी है। यह भारत की सबसे तेजी से बढ़ती रोजमर्रा के इस्तेमाल वाली घरेलू वस्तुएं बनाने वाली कंपनियों में से एक बन गई है। इसकी स्थापना के बाद से केवल तीन वर्ष में इसने 11,000 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व अर्जित किया है।

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में अक्टूबर आपूर्ति वाले अनुबंधों में सोने का भाव 125 रुपये या 0.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,12,430 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। दिसंबर में आपूर्ति वाले सोने के अनुबंधों की कीमत 147 रुपये यानी 0.13 प्रतिशत फिसलकर 1,13,500 प्रति 10 ग्राम रहा।

उद्योग जगत से जुड़े लोगों एवं विशेषज्ञों के अनुसार, कंपनियों के पास ‘‘गैर-मानक’’ कीमतें अपनाने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है क्योंकि उनके पास चीजों का वजन (ग्रामेज) तेजी से बढ़ाने के लिए पर्याप्त समय नहीं है, जिसके लिए कारखाने के ढांचे में बदलाव की आवश्यकता होती है।

बजाज इलेक्ट्रिकल्स ने मंगलवार को बाजार बंद होने के बाद शेयर बाजारों को दी गई सूचना में बताया कि उसके निदेशक मंडल ने भारत, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, मालदीव और श्रीलंका के लिए मॉर्फी रिचर्ड्स के ब्रांड अधिकार हासिल करने के वास्ते 146 करोड़ रुपये के सौदे को मंजूरी दे दी है।

कंपनियों के पास ‘‘गैर-मानक’’ कीमतें अपनाने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है क्योंकि उनके पास चीजों का वजन (ग्रामेज) तेजी से बढ़ाने के लिए पर्याप्त समय नहीं है, जिसके लिए कारखाने के ढांचे में बदलाव की आवश्यकता होती है।