
माधवानी समूह की कंपनी इंडिपेंडेंट शुगर कॉरपोरेशन लिमिटेड (इंस्को) ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने कर्ज के बोझ तले दबी हिंदुस्तान नेशनल ग्लास एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड (एचएनजी) का अधिग्रहण करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
यह कदम इंस्को की तरफ से पेश 2,250 करोड़ रुपये की समाधान योजना को राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की मंजूरी मिलने के बाद उठाया गया है।
कंपनी ने बयान में कहा कि एनसीएलटी की स्वीकृति के बाद 45 दिन का निगरानी चरण चलेगा।
इंस्को ने कहा, ‘‘इस अवधि में एचएनजीआईएल के हस्तांतरण से जुड़े सभी मामले निगरानी समिति की देखरेख में हल किए जाएंगे।’’
एनसीएलटी की कोलकाता पीठ ने 14 अगस्त को इंस्को की तरफ से पेश समाधान योजना को मंजूरी दी थी। इसके पहले 13 जून को कर्जदाताओं की समिति ने 96.16 प्रतिशत बहुमत से समाधान योजना को हरी झंडी दी थी।
माधवानी समूह ने कहा कि निगरानी चरण पूरा होने के बाद एचएनजी का पूरा नियंत्रण उसके पास होगा और निगरानी समिति की जगह समूह द्वारा नामित नया निदेशक मंडल जिम्मेदारी संभालेगा।
समाधान योजना के तहत इंस्को 1,900 करोड़ रुपये का तत्काल नकद भुगतान करेगी जबकि 350 करोड़ रुपये अगले तीन वर्षों में दिए जाएंगे। इसके अलावा कर्जदाताओं को पांच प्रतिशत हिस्सेदारी भी मिलेगी।
इंस्को ने कहा, ‘‘हमें विश्वास है कि यह प्रक्रिया एचएनजीआईएल के सफल पुनरुद्धार और दीर्घकालिक स्थिरता का मार्ग प्रशस्त करेगी।’’
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