
दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता अपीलीय न्यायाधिकरण ने राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की दिल्ली पीठ द्वारा पारित पिछले आदेश को बरकरार रखा है। पीठ ने 12 जून, 2024 को बैंक ऑफ महाराष्ट्र द्वारा दायर याचिका पर कंपनी के खिलाफ कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (सीआईआरपी) शुरू करने का निर्देश दिया था।

विशेषज्ञों ने हालांकि अनुमान लगाया है कि अगस्त में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति बढ़ सकती है क्योंकि आधार प्रभाव कम हो जाएगा और मौसमी मूल्य वृद्धि जारी रहेगी।

रिपोर्ट में कहा गया कि भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के नियंत्रण में रहने की उम्मीद करते हुए ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें चालू वित्त वर्ष में 60 से 65 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल तक सीमित रहने का अनुमान है जिससे गैर-खाद्य मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी.

नागेश्वरन ने कहा कि कोई भी यह अनुमान नहीं लगा सकता कि राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत पर उच्च शुल्क लगाने का फैसला क्यों किया. उन्होंने कहा कि क्या यह ऑपरेशन सिंदूर का नतीजा है या इससे भी ज्यादा रणनीतिक.

संयुक्त बयान में कहा गया कि एचडीएफसी एर्गो की फोनपे के साथ साझेदारी एक रणनीतिक कदम है, क्योंकि यह एक भरोसेमंद डिजिटल-प्रथम बीमाकर्ता और एक डिजिटल भुगतान मंच को एक साथ लाता है।

कंपनी की ओर से बुधवार को जारी बयान के अनुसार, तेल की कम कीमतों तथा पुराने क्षेत्रों से उत्पादन स्थिर रहने के कारण इस तिमाही में उसका मुनाफा घटा। गत वित्त वर्ष 2024-25 की अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का मुनाफा 8,938 करोड़ रुपये रहा था।

अमेरिका के श्रम विभाग ने मंगलवार को जारी आंकड़ों में कहा कि जुलाई में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) सालाना आधार पर 2.7 प्रतिशत बढ़ा। यह जून महीने के बराबर ही है जबकि अप्रैल में दर्ज 2.3 प्रतिशत के स्तर से ऊपर है।

कंपनी ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि वर्ष 2025-26 की अप्रैल-जून तिमाही में कुल आय बढ़कर 261.54 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 210.90 करोड़ रुपये थी।

रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 300 सबसे मूल्यवान परिवारों की कुल संपत्ति 140 लाख करोड़ रुपये (1.6 लाख करोड़ डॉलर) से अधिक है, जो देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 40 प्रतिशत है.

कंपनी की 101वीं वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अभिजीत रॉय ने पिछले वर्ष आर्थिक नरमी और बढ़ी हुई प्रतिस्पर्धा के बावजूद बर्जर की दृढ़ता का उल्लेख किया जिससे कंपनी ने मात्रा के लिहाज से सात प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हासिल की एवं परिचालन लाभ में सुधार किया.