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मैक्सिको की सीनेट ने एशियाई देशों से आने वाले 1400 से ज्यादा उत्पादों पर 5 से 50 फीसदी तक के नए टैरिफ को मंजूरी दे दी है. यह टैरिफ उन देशों पर लागू होगा जिनका मैक्सिको के साथ कोई व्यापार समझौता नहीं है. सरकार के अनुसार यह कदम घरेलू उद्योग की सुरक्षा और इंटरनेशनल कंपटीशन के दबाव को कम करने के लिए उठाया गया है.
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इसी खबर के बाद स्पाइसजेट का शेयर भी हल्की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है. सुबह 10 बजकर 51 मिनट पर BSE में यह 1.08 फीसदी की तेजी के साथ 34 रुपये 68 पैसे पर ट्रेड कर रहा था. निवेशकों ने कंपनी की विस्तार योजना को सकारात्मक संकेत माना है.
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लिस्टिंग से पहले कंपनी ने 90 करोड़ रुपये एंकर निवेशकों से जुटाए. एंकर इन्वेस्टर्स में बंधन एमएफ, एलआइसी एमएफ, बैंक आफ इंडिया एमएफ, मइबैंक सेक्यूरिटीज और अलकेमी इमर्जिंग लीडर्स जैसे बड़े नाम शामिल रहे.
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आइरेडा, अडानी ग्रीन, केपीआइ ग्रीन, शक्ति पम्प्स और स्टर्लिंग एंड विल्सन जैसे स्टॉक्स में 3 से 8 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई. आइरेडा तो 52 सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंच गया. हालांकि सुजलॉन जैसे कुछ स्टॉक्स में हलकी तेजी देखी गई. लेकिन पूरा सेक्टर पिछले कुछ दिनों से कमजोर बना हुआ है.
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IndiGo की परिचालन समस्याओं और FDTL के नए नियमों के कारण 8 दिनों में InterGlobe Aviation का शेयर 17 फीसदी गिर गया. एयरलाइन को एक ही दिन में 1000 से ज्यादा फ्लाइटें रद्द करनी पड़ीं, जिससे यात्रियों और निवेशकों में चिंता बढ़ी. म्यूचुअल फंड्स की बड़ी हिस्सेदारी होने के बावजूद बाजार में बिकवाली तेज रही.
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फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन के नए चरण में पायलट के आराम, ड्यूटी घंटे और नाइट लैंडिंग पर सख्त नियम लगाए गए. Indigo जैसी बड़ी एयरलाइन के लिए इतने बड़े पैमाने पर तुरंत शेड्यूल बदलना मुश्किल रहा. रात में चलने वाली उड़ानों की संख्या ज्यादा होने से पायलट कमी तेज हो गई. इसी वजह से कई बिजी रूट पर तुरंत क्रू नहीं मिल पाया और उड़ाने देर से चली या रद्द करनी पड़ी.
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भारत- रूस समिट के दौरान दोनों देश मिलकर 10 सरकारी और 15 कमर्शियल एग्रीमेंट को अंतिम रूप देने वाले हैं. इसका उद्देश्य आर्थिक संबंधो को विस्तार देना है. इसमें ट्रेड, एनर्जी, इंवेस्टमेंट और मेन इंडस्ट्रियल सेक्टर में सहयोग को बढ़ाने का लक्ष्य है. यह डील भारत- रुस पार्टनरशिप को एक नई दिशा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.
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G20 का लक्ष्य है कि वैश्विक रेमिटेंस सेवाएं तेज, सस्ती और ट्रांसपेरेंट हो. RBI की UPI TIPS कड़ी इसी लक्ष्य को आगे बढ़ाती है. इससे भारत की डिजिटल भुगतान व्यवस्था को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और मजबूती मिलेगी. पेरू भी अगले साल भारत जैसी रीयल टाइम पेमेंट सिस्टम शुरू करने की तैयारी कर रहा है, जिससे यह मॉडल वैश्विक स्तर पर अपनाया जा रहा है.
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उन्होंने कहा, ''निर्यात करने वाले उद्योगों के लिए ये संहिताएं लचीलापन, सरलीकरण और पूर्वानुमान उपलब्ध कराती हैं, जो वैश्विक बाजारों की अस्थिरता में प्रतिस्पर्धा करने और विदेशी अनुपालन मानकों को पूरा करने के लिए जरूरी है।''
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मारुति सुजुकी इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) हिसाशी ताकेउची ने बयान में कहा, ‘‘ स्टार्टअप आदर्श साझेदार हैं क्योंकि वे ग्राहकों की संतुष्टि सुनिश्चित करने के हमारे लक्ष्य का समर्थन करने के लिए नई सोच और अत्याधुनिक समाधान लेकर आते हैं।’’